जब नहीं दे पाते तुम समय,स्नेह,और सुरक्षा,मेरी कमजोर भावनाओं को, तो मैं अपने हौसलों के लिए उड़ान मांगती हूँ, जब कसने लगती है असुरक्षा की बेड़ियाँ, तो मैं अपने परों के लिए असीमित आसमान मांगती हूँ। जब नहीं दे पाते तुम समय,स्नेह,और सुरक्षा,मेरी कमजोर भावनाओं को, तो मैं अपने हौसलों के लिए उड़ान मांगती हूँ, जब कसने लगती है असुरक्षा की बेड़ियाँ, तो मैं अपने परों के लिए असीमित आसमान मांगती हूँ। #yqdidi#yqbaba#असुरक्षा#कमजोर भावना