White अर्थ तंत्र के इस युग मे. साधारण से भी साधारण चीज़ ने अपने आपको मूल्यांवान घोषित कर दिया हैँ लेकिन इस निगोड़ी जिंदगी को क्या कहे जिसनेअपना पूरी तरह से अवमूल्यन कर लिया हैँ ©Parasram Arora अवमूल्यन