White करना आचरण कवियों भी,सोच समझ कर न जाने तेरी कौन सी बात कविता बन जाए । अच्छी होगी तो खुशबू बन फैलेगी , जाने कौन सी बात कब दुर्गंध बन जाए । अवसर देता है लिखने का परिवेश हीं , वरना लेखक तो बिना, लिखे रह जाए ! इन्दु रवि ©Indu Ravi #hindi_quotes