तू ज़िन्दगी का गीत, तूझे गुमगुनाता रहूँगा हर सफर में तेरे साथ मैं जाता रहूँगा । तू ठहर भी गई ज़िन्दगी के सफर मैं कहीं, तूझे ही मंज़िल बना तेरे करीब आता रहूँगा । सफर #Life