हमें अपनी ज़िन्दगी में शुमार क्या करोगे? जो परवाह नहीं करते; तो प्यार क्या करोगे? करते आए हो हमसे दिखावे की मोहब्बत, इससे ज़्यादा रिश्ते को शर्मसार क्या करोगे? ©एस पी "हुड्डन" #शर्मसार #jail