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लफ़्ज़ों की तासीर कभी ठंडी कभी गर्म है,

लफ़्ज़ों   की   तासीर   कभी  ठंडी  कभी  गर्म  है, 
कभी  लफ़्ज़ों  से मिलती शान, कभी होती शर्म है, 

सोच के सोचो फिर कुछ बोलो यही कहता 'कुमार' 
लफ़्ज़ों से इंसानियत को जीना यही सच्चा धर्म है।  #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #she'r #kumaarsher #Zindagi #गर्म #शर्म
लफ़्ज़ों   की   तासीर   कभी  ठंडी  कभी  गर्म  है, 
कभी  लफ़्ज़ों  से मिलती शान, कभी होती शर्म है, 

सोच के सोचो फिर कुछ बोलो यही कहता 'कुमार' 
लफ़्ज़ों से इंसानियत को जीना यही सच्चा धर्म है।  #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #she'r #kumaarsher #Zindagi #गर्म #शर्म