मुहब्बत मत करो यारों खत्म स्वाभिमान कर देगी फंसा कर चाल में अपने तूम्हें गुमनाम कर देगी आज जो दिल में है तेरे कल किसी गैर के होगी जिसे तुम जान कहते हो वही बदनाम कर देगी ©R.V. Chittrangad 9839983105 love hater