Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितना सही कितना गलत इसका हिसाब क्या करना आज के आ

कितना सही कितना गलत 
इसका हिसाब क्या करना 
आज के आज़ जीना 
कल को क्यों मरना 
जो अतीत को झाकूंगा 
तो रोना आएगा 
भविष्य कि सोचूँ 
तो और भी डराएगा 
वर्तमान थोड़ा ख़ुशी देता 
उसे क्यों न संभालू 
इसीलिए आज़ मे जी रहा हुँ 
हा थोड़ा थोड़ा ही सही 
दिल ने दी इज़ाज़त तो 
हल्का हल्का सा जाम 
किसी के नाम का 
उसके हा उसके लबों से 
आहिस्ता आहिस्ता पी रहा हुँ
हा पी रहा हुँ
अच्छा है आज़ मे जी रहा हुँ

©ranjit Kumar rathour आज़ मे जी रहा हुँ
कितना सही कितना गलत 
इसका हिसाब क्या करना 
आज के आज़ जीना 
कल को क्यों मरना 
जो अतीत को झाकूंगा 
तो रोना आएगा 
भविष्य कि सोचूँ 
तो और भी डराएगा 
वर्तमान थोड़ा ख़ुशी देता 
उसे क्यों न संभालू 
इसीलिए आज़ मे जी रहा हुँ 
हा थोड़ा थोड़ा ही सही 
दिल ने दी इज़ाज़त तो 
हल्का हल्का सा जाम 
किसी के नाम का 
उसके हा उसके लबों से 
आहिस्ता आहिस्ता पी रहा हुँ
हा पी रहा हुँ
अच्छा है आज़ मे जी रहा हुँ

©ranjit Kumar rathour आज़ मे जी रहा हुँ