ये खामोश राते ये बिखरी हुई किताबे ये लोगो के ताने साथ ना देने के बहाने ये मेरे मन का विश्वास मां बापू का आशीर्वाद ये पैसो की तंगी ये किसी के सामने फैलाए हुए हाथ किसी का ठुकराया हुआ और किसी का साथ ये बहता हुआ पसीना ये दर्द करती आखें और आखों से निकलता हुआ नीर ये जो वाकिया हो रहे है मेरे साथ एक दिन सब गवाही देंगे मेरे कामयाब होने के बाद .....। ©Writer Ravi #intezaar