ये जनता जनार्दन है, जो सब कुछ जानती है, क्या अच्छा क्या बुरा, सब कुछ पहचानती है। बहुत ज्ञानी, बहुत चालाक, बहुत होशियार है, इनसे ही प्रशासन है, इनसे चलती सरकार है। ये चाहे तो आसमान भी सर पर उठा सकती है, ये चाहे तो पल में, तख्तोताज़ बदल सकती है। गर साम्राज्य चलाना है, इन्हें खुश रखनी होगी, हर हाल में सुख सुविधा भी प्रदान करनी होगी। नज़र अंदाज़ करके, सरकार चला नहीं पाओगे, पलक झपकते ही अपना साम्राज्य भी गंवाओगे। जन जनता जनार्दन ही होते, किसी देश की असल जान। इनकी आत्मनिर्भरता से है बनती, विश्व पटल पे पहचान।। 👉आइए आज लिखते हैं कुछ, खुद को आत्मनिर्भर बनाने के तरीके.... कृपया कोलाब करके Done✔️ कीजिए और अपने दोस्तों को भी कोलाब करने के लिए आमंत्रित कीजिए :- #collabwithकाव्यपथिक