आधुनिक महाभारत भी आज उन्ही पुराने संदर्भों से ग्रसित है आजभी कौरवों और पांडवों की जनसंख्या का अनुपात पहले से कहीं अधिक है जबकि उग्रता अभिमान और स्वाभिमान का घनत्व भी अपने शिखर पर है शकुनियों की नई नस्ल असजद भी परजीवी है और वो विनाश क़े नवीनतम हिंसक शस्त्रों से मानवता को जङ से नेस्तनाबूद करने की दिशा मे अग्रसर है इसके बावजूद कोई भी नया अवतार कृष्ण बन कर इस धरती पर उतरने को तैयार नहीं है ©Parasram Arora #aआधुनिक महाभारत......