मेरी भाषा चंद शब्दो के इस समूह को, शायद... हमे किसी को समझाने में, समय लग भी जाए, मगर.... प्रेम की भाषा तो वो मधुर भाषा है, जो..... बिन कहे , बिन समझाए भी, दूसरों के दिल तक , अक्सर.... पहुंच ही जाया करती है। क्यूंकि... ये चंद शब्दों की मोहताज नहीं है।। ©Pallavi Mamgain #MeriBhasha #pyarkibhasha