सुनो सुनो! किसी से कह न देना, राम राज हैं किसी के बारे मे बक न देना, देखो देखो वह पकडा गया, देखो देखो वह लटका दिया गया। नज़र उठाओ कुछ जल रहा है आजादी का पुलिंदा धवस्त हो रहा है। राज पाठ कि सनक चढी है, मंदिर का निर्माण तुम्हारी नौकरी से जरुरी है आदेश है उनका अवमानना न करना, राम राज मे तुम विभिषण न बनना। लेखनी तुम्हारी जब्त हो चुकी है, आजादी तुम्हारी गिरफ्त हो चुकी हैं। सुशासन कि तुम बात न करना, अच्छे दिन आएंगे, इस जुलमे को ही सुबह शाम रटना। सुनो सुनो! किसी से कह न देना, राम राज हैं किसी के बारे मे बक न देना, देखो देखो वह पकडा गया, देखो देखो वह लटका दिया गया। नज़र उठाओ कुछ जल रहा है आजादी का पुलिंदा धवस्त हो रहा है। राज पाठ कि सनक चढी है, मंदिर का निर्माण तुम्हारी नौकरी से जरुरी है आदेश है उनका अवमानना न करना,