ये मृदा सुवासित सोंधी सी, और शाख-शाख भी मचल रहे, मन बन बैठा जैसे विहाग, मनभावन आने वाला है, क्या सावन आने वाला है? #Nojoto #Nojotohindi #Nojotopoetry #सावन #बारिश #ख्याल #प्रेम