जिंदिगी कैसे गुज़र रही है ये बता नहीं सकते, गर चाहो तो भी मेरा किरदार निभा नहीं सकते, जख्म देता है मुझे वो किश्तों में हर पल, कितना दुखता है दिल मेरा ये जता नहीं सकते, कोई कसर नहीं छोड़ा उसने मुझे तोड़ने में, इस क़दर तोड़ा की वापस से खुद को सजा नहीं सकते, मर गई सारी उम्मीद न जाने कैसी है मेरी तक़दीर, न जाने लोग रुलाते क्यों हैं जब किसी को हंसा नहीं सकते।। बता नहीं सकते... #बतानहींसकते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi