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Miss You Quotes तुमसे झगड़े के बाद , रसगुल्ला

Miss You Quotes तुमसे झगड़े के बाद ,
      रसगुल्ला भी तीखा लगता है...

 जब तुम प्यार से बनाती हो करेला ,
         मालपुआ  सा   मीठा  लगता  है...

Read full story in caption😊

 #NojotoQuote आज जब झगड़े के बाद मैं तुमसे दूर जा रहा था , मुझे शहर के हर चौक चौराहे पर ग्रीन सिग्नल मिला और रोड भी लगभग खाली था जैसे मैं कोई मंत्री हूँ और मेरे लिए रस्ता क्लीयर कराया गया हो,  
वो तो भला हो तुम्हारे स्कूटी का जिसका पेट्रोल खत्म हो गया और मैं गुस्से में पर्स लेना भूल गया था , हुआ यूँ की पैदल स्कूटी को ढ़केल कर लाना परा जिसके कारण मैं थक भी गया और मेरा गुस्सा भी शांत हो गया !

पर मैने एक बात  नोटिस की कि उस दिन जब तुम एकाएक बीमार हो गई थी और तुम्हे मेरी जरूरत थी मैं तुम्हारे पास जल्द पहुचना चाहता था, पर हर सीग्नल रेड हो जा रहा था , लोग मेरे रास्ते के बीच बार बार आ रहें थे, 

तो मुझे ऐसा लगता है कि ये शहर , चौक चौराहे , परिस्थितीयां और ये संघर्शपूर्ण हालात चाहते हैं की हम दूर रहें और कभी कभी गुस्से के बस में मेरा और तुम्हारा दिमाग भी, 

तो तुम सुनो ये दूनियाँ , हालात , मजबुरियां लोग कोई कुछ भी चाहे फर्क नहीं परता , अगर तुम कभी प्यार से मेरे पास बैठ कर मुझसे बोलो की तुम मेरे साथ रहना चाहती हो, जीना चाहती हो और मेरा साथ दो तो मैं अकेला इन सबसे लड़ सकता हूँ ,
Miss You Quotes तुमसे झगड़े के बाद ,
      रसगुल्ला भी तीखा लगता है...

 जब तुम प्यार से बनाती हो करेला ,
         मालपुआ  सा   मीठा  लगता  है...

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 #NojotoQuote आज जब झगड़े के बाद मैं तुमसे दूर जा रहा था , मुझे शहर के हर चौक चौराहे पर ग्रीन सिग्नल मिला और रोड भी लगभग खाली था जैसे मैं कोई मंत्री हूँ और मेरे लिए रस्ता क्लीयर कराया गया हो,  
वो तो भला हो तुम्हारे स्कूटी का जिसका पेट्रोल खत्म हो गया और मैं गुस्से में पर्स लेना भूल गया था , हुआ यूँ की पैदल स्कूटी को ढ़केल कर लाना परा जिसके कारण मैं थक भी गया और मेरा गुस्सा भी शांत हो गया !

पर मैने एक बात  नोटिस की कि उस दिन जब तुम एकाएक बीमार हो गई थी और तुम्हे मेरी जरूरत थी मैं तुम्हारे पास जल्द पहुचना चाहता था, पर हर सीग्नल रेड हो जा रहा था , लोग मेरे रास्ते के बीच बार बार आ रहें थे, 

तो मुझे ऐसा लगता है कि ये शहर , चौक चौराहे , परिस्थितीयां और ये संघर्शपूर्ण हालात चाहते हैं की हम दूर रहें और कभी कभी गुस्से के बस में मेरा और तुम्हारा दिमाग भी, 

तो तुम सुनो ये दूनियाँ , हालात , मजबुरियां लोग कोई कुछ भी चाहे फर्क नहीं परता , अगर तुम कभी प्यार से मेरे पास बैठ कर मुझसे बोलो की तुम मेरे साथ रहना चाहती हो, जीना चाहती हो और मेरा साथ दो तो मैं अकेला इन सबसे लड़ सकता हूँ ,