पिंजरा पंछी आज़ाद हो उड़ गया है पिंजरा बेचारा क्या करे अब द्वार खोले निगाहे है टिकाए पंछी वही आ जाये फिर अब #अरविंदठाकोर ©Arvind Thakore #poetry #kavita #thoughts #reflection #life #soul #memories #Nojoto