क्या बताऊँ साथिया तुम बिन कैसे जिया करता हूँ, बीते हुए पलों को याद करके अश्क पिया करता हूँ । जब दिल की बेताबियाँ तड़पाने लगती है दिन-रात, तो चुपके से तुम्हारी तस्वीर को चूम लिया करता हूँ । Challenge-131 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) आज के विजेता को एक साल का प्रीमियम सबस्क्रिप्शन उपहार स्वरूप दिया जाएगा :) #साथिया #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️