नींद है कि यार मेरा: वो सारी रात ख्वाब में पैदल चलकर पहुंची तो मेरे पास, रात की चली जब दरवाजे़ पर पहुंची देर सबेर हो गई। रात की चली दरवाजे़ पर पहुंची देर सबेर हो गई।