जर्रा-जर्रा समेट कर खुद को बनाया हैं मैंने, मुझसे ये ना कहना बहुत मिलेंगे तुम जैसे। ©V. K. M जर्रा-जर्रा समेट कर खुद को बनाया हैं मैंने, मुझसे ये ना कहना बहुत मिलेंगे तुम जैसे। #Books