कई युगों से चढा आ रहा ये प्रीत का रंग यू कैसे बदल लू मैं अपनी प्रीत का ढंग मीरा के प्रीत की ताकत जहर से काफी ऊपर थी सीता के भरोसे की डोर रावण के कहर से ऊपर थी युग बदलते बदल जाएंगे प्रीत की रीत न बदल पाएंगे ये खुमार जो चढा था द्वापर में इसे कलयुग में न बदल पाएंगे #प्रीत_की_रीत