Nojoto: Largest Storytelling Platform

" हम जैसे तुम्हें और भी मिलेंगे, तरसती निगाह से तु

" हम जैसे तुम्हें और भी मिलेंगे,
तरसती निगाह से तुम हमें ही ढुढोगे , 
एक दिन तेरे इन्तज़ार की इन्तेहा हो जायेगी‌ ,
 फिर भी कभी हम नहीं पायेगे‌‌ ." 

                   ‌--- रबिन्द्र राम " हम जैसे तुम्हें और भी मिलेंगे,
तरसती निगाह से तुम हमें ही ढुढोगे , 
एक दिन तेरे इन्तज़ार की इन्तेहा हो जायेगी‌ ,
 फिर भी कभी हम नहीं पायेगे‌‌ ." 

                   ‌--- रबिन्द्र राम

#तरसती #निगाह #इन्तज़ार #इन्तेहा
" हम जैसे तुम्हें और भी मिलेंगे,
तरसती निगाह से तुम हमें ही ढुढोगे , 
एक दिन तेरे इन्तज़ार की इन्तेहा हो जायेगी‌ ,
 फिर भी कभी हम नहीं पायेगे‌‌ ." 

                   ‌--- रबिन्द्र राम " हम जैसे तुम्हें और भी मिलेंगे,
तरसती निगाह से तुम हमें ही ढुढोगे , 
एक दिन तेरे इन्तज़ार की इन्तेहा हो जायेगी‌ ,
 फिर भी कभी हम नहीं पायेगे‌‌ ." 

                   ‌--- रबिन्द्र राम

#तरसती #निगाह #इन्तज़ार #इन्तेहा