कुण्डलिया छन्द :- चित्र-चिंतन विधिवत रोपण हो रहा , खुश है आज किसान । माप-माप कर धान के , पौधे लगा जवान ।। पौधे लगा जवान , यही उम्मीद हमारी । करे कृपा भगवान , कि अबकी भरे बखारी ।। शीश झुकाऊँ नाथ , आप हो जायें सहमत । पूर्ण सभी हो काज , देख लो फिर तो विधिवत ।। २३/०९/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया छन्द :- चित्र-चिंतन विधिवत रोपण हो रहा , खुश है आज किसान । माप-माप कर धान के , पौधे लगा जवान ।। पौधे लगा जवान , यही उम्मीद हमारी ।