"जीवन चार दिनों की चांदनी और फिर उसका अँधेरी रातो से सामना है " ये बात हमारी समझ मे तों आ गई थी इसके बावजूद जीने की अदम्य लालसा से हम कभी मुक्त नही हो सके है ©Parasram Arora चर दिन की चांदनी.....