New Year 2024-25 माना की छूट गया है अब हमारा साथ बढ़ गई है दूरियां ना के बराबर होती है मुलाकात बातों का सिलसिला भी कुछ कम सा हो गया है इसका मतलब यह नहीं की दोस्ती का रिश्ता खत्म हो गया है हम सब चाहे पास हो या ना हो सब एक दूसरे के लिए खास हो रूठना तो बहुत आसान है मुश्किल तो किसी को मनाना होता है बात तो एक दूसरे की बातों को ना समझ पाने का है गुस्सा करना तो एक बहाना होता है बात ना करना तो एक दिखावा होता है मैं कुछ बोलूं इससे पहले वह कुछ बोले बस इस बात का इंतजार रहता है ©तृप्ति #NewYear2024-25 hindi poetry