जहर बरसा क्या नींदों पे मेरी या मेरी आंखों में नश्तर गढ़े है वजह क्या है कोई समझाए मुझको ये मेरे ख़्वाब क्यूं नीले पड़े है #ManojMuntashir #ManojMuntashirKiDiarySe