प्यार की धुन को बजाना चाहता हूं। मैं नया एक गीत गाना चाहता हूं।। खोल दोगे क्या हृदय के द्वार को तुम, मैं तेरे दिल में समाना चाहता हूं।। थाम लो न हाथ मेरा मेरे हमदम, मैं तुम्हें अपना बनाना चाहता हूं।। नफरतों के इस शहर से दूर अपना, एक नई दुनियां बसाना चाहता हूं।। मेरे चंचल दिल को आए चैन अब, सारी उलझन को मिटाना चाहता हूं।। ©Chanchal Hriday Pathak #Srk&Katrina #prem_ki_dhun_ko_bajana_chahta_hoon