यूँ बार-बार मेरी ख़ैरियत ना पूछा करो, कहीं हाल-ए-दिल बता दिया, तो सह ना पाओगे। इस बेवजह हसीं का राज ना पूछा करो, अश्कों का समंदर दिखा दिया, तो तुम भी रोए बिना रह ना पाओगे। सवाल मत किया करो मेरी इस खामोशी पर, कहीं सच कह दिया, तो तुम फिर इतना बोल ना पाओगे। मत किया करो ख़्वाहिश मेरी दास्तान-ए-जिंदगी सुनने की, कहीं सब बयां कर दिया तो, मेरी लम्बी उम्र की फ़रियाद फिर कभी कर ना पाओगे। #Sad#Pain#emotional #life#Quotes#Poem#Shayari #Nojotohindi #Ghazal