IDENTITY OF A TRUE ENGINEER(Comical Poetry) कुछ सपने है इनके जो बिखरे से है बड़े बड़े ख़्वाबों के बीच के खयालो मे तो ये जीते है तू कोई भी काम दे दो इन्हे आलस इनपे भारी है फिर तुम target तो दो इन्हे...फिर इनकी जिम्मेदारी है चाय सुट्टा और दारु शायद हर किसी के लंच ब्रेकफास्ट और डिनर का पार्ट है दिन को रात और रात को दिन करते यही इनकी Art है गलियां मुँह मे तो दिल मे मोहब्बत होती है सपने अलग तो खुद भी थोड़े अलग ही है गलियां और खाना दोनों ही मिल बाँट के खाते है ये जरा दुनिया से थोड़े अलग है...थोड़े भोलेनाथ थोड़े नादान इस जालीम दुनिया से अनजान से है college pass out होने के बाद Er. अपने नाम के आगे लगते है बाद मे भले ही खुद इसे हटाते है जॉब की तलाश इनको उतनी ही है जितनी तुम्हे सच्चे प्यार की है मगर ये नादान बढ़ चले है इस जालिमो की भीड़ मे देख के सच्चाई इस दुनिया की करते है बड़ा खुद से बदलेंगे खुद अब इस दुनिया की सभी रीत को फिर शुरू होता है वो दौर UPSC, SSC से लेकर Group D तक मे इनकी दौड़.. मगर इनमे भी नईया डूब गयी... तो ना होते हताश college or Dosto को जो टैलेंट दिखाया अब इसे बनाते अपनी ढाल.. कोई actor koi poet... koi comedian to koi politician बनता है बस यही तो है इनकी पहचान @अमन सिंह तोमर✌️ #engineer #jobs #ekthaengineer✌️ #flyhigh