White *मनभावन न्यारा मधुमास होता है* नई उमंगों, नई तरंगों का एहसास होता है सबसे सुन्दर, मनभावन न्यारा मधुमास होता है दूर तलक धरती पर हरी मखमली चादर होती है खेतों में प्रिय मूली,आलू, शलजम, गाजर होती है प्रकृति की देख सुन्दर छटा मन में उल्लास होता है सबसे सुन्दर, मनभावन न्यारा मधुमास होता है घास,ओस की बूँदों पर जब सूर्य किरणें पड़तीं हैं मोती की मानिंद जल बूँद चम-चम चमकनें लगतीं हैं चाँदनीं रात में तारों का सुन्दर प्रकाश होता है सबसे सुन्दर, मनभावन न्यारा मधुमास होता है पीले -पीले सरसों के फूल लगते बहुत मनभावन बसंत पंचमी मात सरस्वती का उत्सव अति पावन सम्पूर्ण प्रकृति में व्याप्त सुखद उल्लास होता है सबसे सुन्दर मनभावन न्यारा मधुमास होता है पीले रंग की साड़ी पहनकर सज जाती नारी है बसंत पंचमी मेले की शोभा लगती न्यारी है माँ के मण्डप का निर्माण मन्दिर के पास होता है सबसे सुन्दर मनभावन न्यारा मधुमास होता है बसंत पंचमी मात सरस्वती का पूजन होता है हर एक घर में नाच-गाना भजन-कीर्तन होता है इस दिन ज्ञान की देवी का हर घर में वास होता है सबसे सुन्दर मनभावन न्यारा मधुमास होता है जो नर बसंत पंचमी के दिन सरस्वती को ध्याता माँ वीणावादिनी से सुर ,ज्ञान, सद्बुद्धि वर को पाता विद्यार्थी,सुर साधक के लिए यह दिन खास होता है सबसे सुन्दर मनभावन न्यारा मधुमास होता है स्वरचित रचना-राम जी तिवारी "राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari #Spring #poem #Nature #