जिंदगी ख़्वाब बुनती है कुछ अधूरे जज्बात बुनती है! मुनासिब नही यहाँ किसी को सच्ची मुहब्बत क्या वफादारी की कीमत ऐसे अदा होती है? एक बेग़ैरत वो यार है इस जहान में जिसको हज़ारों से फ़ुरसत कहाँ होती है! तलाशता है वो नए-नए खिलौने दिल बहलाने को अरे जनाब भला ये भी कोई हसरत होती है? पैगाम उस पैग़म्बर तक पहुचाओ कोई उस शख्स को आइना तो दिख लाओ! ©Sandhya Maurya Just a random thought 👻 #ishq #aaina #Paigamber #fareb #fursat #fitrat #booklover