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sandhya4584
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Sandhya Maurya

ख़यालों को शब्दों से पिरोने का काम करती हूँ कुछ अपने, कुछ आपके सबको मिला कर कविता बना देती हूँ। Just feel my words and relate to it..❣️ insta- i_msandhya_10

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Sandhya Maurya

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Sandhya Maurya

दुनिया को क्या ही पता है,
क्या मेरा हाल पता है?
नाम जान कर करते हैं बातें 
मुझे समझने की
अजी, मैं वो शायर हूँ 
जिसके होठों पर 
शायरी का काफ़िला है।
बावस्ता हूँ भी गर मैं 
तुम्हारी सोच में, ख़याल में
ये हुनर तुम्हें मेरी ग़ज़लों से मिला है।
मैं चाँद, तारे, ज़मीन, आसमान 
की बातें करता हूँ।
अब इसमें मेरी क्या ख़ता है।
हूँ मैं एक सीधा-साधा ख़्वाहिशों 
ख़यालों को लिखने वाला बंदा।
ये कुछ नया नही ये तो सदियों से
चला आ रहा सिलसिला है।

©Sandhya Maurya दुनिया को क्या ही पता है,
क्या मेरा हाल पता है?
नाम जान कर करते हैं बातें 
मुझे समझने की
अजी, मैं वो शायर हूँ 
जिसके होठों पर 
शायरी का काफ़िला है।
बावस्ता हूँ भी गर मैं

दुनिया को क्या ही पता है, क्या मेरा हाल पता है? नाम जान कर करते हैं बातें मुझे समझने की अजी, मैं वो शायर हूँ जिसके होठों पर शायरी का काफ़िला है। बावस्ता हूँ भी गर मैं #thought #Shayari #khayal #shayar_ka_dill

11 Love

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Sandhya Maurya

मैं बांधता हूँ उस डोर को जो तुझसे मुझतक आती है
थम जाती हैं निगाहें मेरी जब तू मुस्कुराती है।

तेरी आँखों के काजल काम करते हैं स्याही का
कभी जो बरसें मोती तो एक कहानी लिख जाती है।

मैं रखता हूँ संग अपने आज भी ख़याल तेरे
तेरी नादानियाँ बिन बोले बहुत कुछ कह जाती है।

नही जरूरत मुझे खुद को संवारने की
तू आईना है मेरा तुझे देखूं तो खुद की शक्ल नज़र आती है।

तू है तो है सांसे मुझमें 
मेरी रूह भी तेरी बातों से महक जाती है।

गर रोक पाए तो रोक ले मुझको 
मेरी जिंदगी भी तेरी शय चाहती है।

©Sandhya Maurya मैं बांधता हूँ उस डोर को जो तुझसे मुझतक आती है
थम जाती हैं निगाहें मेरी जब तू मुस्कुराती है।

तेरी आँखों के काजल काम करते हैं स्याही का
कभी जो बरसें मोती तो एक कहानी लिख जाती है।

मैं रखता हूँ संग अपने आज भी ख़याल तेरे
तेरी नादानियाँ बिन बोले बहुत कुछ कह जाती है।

मैं बांधता हूँ उस डोर को जो तुझसे मुझतक आती है थम जाती हैं निगाहें मेरी जब तू मुस्कुराती है। तेरी आँखों के काजल काम करते हैं स्याही का कभी जो बरसें मोती तो एक कहानी लिख जाती है। मैं रखता हूँ संग अपने आज भी ख़याल तेरे तेरी नादानियाँ बिन बोले बहुत कुछ कह जाती है। #Quotes #evening #lovequotes #RandomThought #nazm #khayal #hindi_quotes #hindi_poetry

9 Love

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Sandhya Maurya

किसी ने पूछा तुम्हारे हिसाब से क्या है इश्क़ ?

इश्क़ अधूरी कहानी नही, एक मुक्कमल रवानी है।

ठहरा हुआ समय नही, कलरव करके बहता गंगा 
का पानी है।

 लफ्ज़ों में बयान न हो पाए कुछ ऐसी कहानी है।

उदास होने पर जिसकी आवाज़ सुनकर 
आँखों में चमक और चेहरे पर खुशी आये।

 तुम परेशान हो और कोई तुम्हारा हाँथ 
थाम कर समझाए।

जब कोई तुम्हारे साथ अपना बचपना दोहराये
कुछ खट्टी मीठी बातें तुम दोनों को हंसाए।

गलती करने पर डांट लगाए
पर तुम्हारा साथ कभी न छोड़ कर जाए।

तुम्हारे साथ किये सारे वादों को निभाये
तुम रूठो और वो तुम्हे मनाए।

तुम्हे अच्छे बुरे में फर्क न कर पाने पर डाँट लगाये
 तुम बच्चे हो तुम्हे समझ नही कह कर समझाए।

ज्यादा तो नही जानती पर जो हमेशा तुम्हारा साथ निभाए।

©Sandhya Maurya किसी ने पूछा तुम्हारे हिसाब से क्या है इश्क़ ?

इश्क़ अधूरी कहानी नही, एक मुक्कमल रवानी है।

ठहरा हुआ समय नही, कलरव करके बहता गंगा 
का पानी है।

 लफ्ज़ों में बयान न हो  कुछ ऐसी कहानी है।

किसी ने पूछा तुम्हारे हिसाब से क्या है इश्क़ ? इश्क़ अधूरी कहानी नही, एक मुक्कमल रवानी है। ठहरा हुआ समय नही, कलरव करके बहता गंगा का पानी है। लफ्ज़ों में बयान न हो कुछ ऐसी कहानी है। #Love #thought #thoughtoftheday #lovequotes #innocence #Searching #purelove #puresoul #pureBond

9 Love

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Sandhya Maurya

कमियां बहुत खलती हैं और जब वो अपने किसी खास की हों तब चाह कर भी उस कमी को पूरा नही किया जा सकता। हज़ार मर्तबा उन्हें याद करते हैं, आंखें भीग जाती हैं, मन बोझिल सा हो जाता है।
यूँ तो जीवन मे बेशुमार लोगों से मिलते हैं हम पर कुछ ही शख्शियत ऐसी होती है जिससे हमे अपनेपन का एहसास होता है। ठीक वैसा जैसा हमे अपने माता-पिता, भाई-बहन के साथ महसूस होता है। एक जिन्होंने हमे जन्म दिया दूसरे जिनके साथ हम बड़े हुए। इन्ही रिश्तों के बीच हमारे जीवन मे कुछ अन्य रिश्ते भी जुड़ते जाते हैं। गुरु, दोस्त और बहुत सारे। यूँ तो दुनिया मे हम बहुत सारे लोगो से मिलते हैं पर कुछ लोगो के साथ ही रिश्ता क्यों इतना खास हो जाता है क्योंकि इनसे हमे निश्वार्थ अपनापन, मार्गदर्शन, हमारे चेहरे के भावों से समझ जाना कि हमारे मन मे क्या चल रहा। कोई परेशानी या कोई बात है जो हमे अंदर ही अंदर खाये जा रही है। उस पर हमें समझाना और उसके बाद हमारा उनके पास न होने पर कॉल पर हमारा मनोबल बढ़ाना, हमे आगे की ओर बढ़ने के लिए  प्रेरित करना, हमे हमारी अच्छाईयां बताना, हमारे एक छोटे से अचीवमेंट से खुश होकर हमे आगे और अच्छा करने के लिए प्रेरित करना और बहुत सारी दुवाएं देना । ऐसा कोई तभी कर सकता है जब वो खुद बहुत अच्छा और नेक दिल होता है। ऐसी शख्सियत दुनिया मे होती तो है पर बहुत कम होती है। उनके चले जाने से उस कमी, उस खाली जगह को कोई कभी नही भर सकता है। उनकी बातें, चेहरा, शालीनता, सौम्य व्यवहार सब याद आता है और आँखे भीग जाती हैं। दिल बस ये चाहता है कि कही से बस वो इंसान वापस लौट आये कैसे भी बस वापस आ जाये। कई बार हमारे पास कहने को बहुत कुछ होता है पर हम एक खास मौके की तलाश में होते हैं कि व्यक्त कर सकें अपनी भावनाओं को। मै बहुत रिश्ते नही बनाती पर जो खास होते हैं उन्हें संजो कर रखती हूँ, खोना ही नही चाहती। किसी का न होना बहुत तकलीफ देता है। 
यूँ जाना अच्छा नही होता पर ऊपर वाले आपसे एक शिकायत हमेशा रहेगी कि आप बेरुखी बहुत दिखाते हो। बिन बात के सताते हो। अगली बार भेजो तो कमियां नही खुशियां और अपनों का एक लंबा साथ दे कर भेजना।

©Sandhya Maurya #Quote #sadquote #Sikhayat #Godblessall #goodvibes #thought #moodoff #heartfulthought 

#candle
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Sandhya Maurya

ऐसे कभी कुछ कहा नही है मैने पर आज कश्मीर फाइल्स मूवी को देखने के बाद आप सबसे कुछ कहना चाहती हूँ। अगर मेरी बातों से कोई आहत हो तो माफ कीजियेगा और बात को समझने की कोशिश कीजियेगा न कि कोई डिबेट करने की।
कश्मीर में 32 साल पहले कश्मीरी हिंदुओ के साथ क्या हो रहा था, हममें से किसी को इसकी कोई जानकारी नही थी। हम देश के अलग-अलग शहरों में बड़े ही सुकून से रह रहे थे और रह रहे हैं। पर फिर भी हम कुछ लोगों या उनके विचारों से इतने प्रभावित हो जाते हैं कि एक दूसरे की निंदा करना उनको भला-बुरा कहने लगते हैं। ऐसा क्यों करते हैं हम? 
धर्म के लिए, कास्ट को लेकर, या फिर मजहब के लिए। किसी की बातों से इतना प्रभावित हुए की विवेकहीन हो जाते हैं और बिना सोचे समझे निर्णय लेते हैं, उन चीजों के लिए लड़ना शुरू कर देते हैं जो बेबुनियाद हैं। आखिर में हमे सब छोड़ कर ही जाना है तो फिर किस बात की लड़ाई है। वैदिक काल मे इंसान को व्यवसाय के आधार पर वर्गीकृत किया गया था और कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए अनेकों समुदायों में बाट दिया है। आवाज़ उठानी है तो वाजिव मुद्दों पर उठाइये जो देश और लोगों के हित मे हो न कि अपनों में द्वेष पैदा करे। बस इतना ही कहना है कि अब तो हर चीज़ से ऊपर उठ कर इंसान को इंसान समझिए और अपने विवेक का प्रयोग कीजिये। 🙏🙏

Must go and watch Kashmir Files movie, it is not just a movie, it is an emotion and revolution. Of course, raise your voice for what is necessary and do not get involved in unnecessary things.

©Sandhya Maurya #kashmirfiles #kashmirihindu
#thought #Pain #trustbroken #countrylove #Heart #Religion #Country #standforhumanity
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Sandhya Maurya

उत्तरकाशी में गोमुख के मुहाने से निकलते हुएअलकनंदा 
और भागीरथी मिलकर जब आगे बढ़ती हैं तो होता है उद्गम 
पतित-पावनी निर्मल गंगा का।जो आगे बढ़ते हुए प्रदान करती है सद्भावना समस्त प्राणियों को।
       
     गंगा का अविरल, निरंतर अर्थात बिना रुके हुए बहने वाला रूप, श्वेत रंग लिए हुए प्रदर्शित करता है उसकी शांति, नम्रता और विनम्रता को।
जो बिना मार्ग से भटके, असीमित पर्वतों और चट्टानों को पार करते हुए धरती पर नवजीवन का संचार करती है। इसलिए तो इसे माँ कहा जाता है। जो मोह रूपी भावों से परे अपनी ममतामयी कलरव की गुंजन से आह्लादित करती है समस्त प्राणी जीवन को।

    माँ जैसे अपने सारे बच्चों पर एक समान प्रेम लुटाती है और उन्हें एक साथ, एक लय में जोड़े रखती है ठीक उसी तरह माँ गंगा भी प्रयाग में यमुना और अदृश्य सरस्वती का 'संगम' करते हुए उन्हें आत्मसात करते हुए आगे काशी की तरफ बढ़ती हैं, एक सकारात्मक विचार करके आगे की दिशा में गतिमान और प्रवाहित होने, लोगों को बंधुत्व एवं सौहार्द्र का मतलब समझाने हेतु।

©Sandhya Maurya उत्तरकाशी में गोमुख के मुहाने से निकलते हुएअलकनंदा और भागीरथी मिलकर जब आगे 
बढ़ती हैं तो होता है उद्गम पतित-पावनी निर्मल 
गंगा का।जो आगे बढ़ते हुए प्रदान करती है 
सद्भावना समस्त प्राणियों को।
       
     गंगा का अविरल, निरंतर अर्थात बिना रुके हुए बहने वाला रूप, श्वेत रंग लिए हुए प्रदर्शित करता है उसकी शांति, नम्रता और विनम्रता को।
जो बिना मार्ग से भटके, असीमित पर्वतों और चट्टानों को पार करते हुए धरती पर नवजीवन का संचार करती है। इसलिए तो इसे माँ कहा जाता है। जो मोह रूपी भावों से परे अपनी ममतामयी क

उत्तरकाशी में गोमुख के मुहाने से निकलते हुएअलकनंदा और भागीरथी मिलकर जब आगे बढ़ती हैं तो होता है उद्गम पतित-पावनी निर्मल गंगा का।जो आगे बढ़ते हुए प्रदान करती है सद्भावना समस्त प्राणियों को। गंगा का अविरल, निरंतर अर्थात बिना रुके हुए बहने वाला रूप, श्वेत रंग लिए हुए प्रदर्शित करता है उसकी शांति, नम्रता और विनम्रता को। जो बिना मार्ग से भटके, असीमित पर्वतों और चट्टानों को पार करते हुए धरती पर नवजीवन का संचार करती है। इसलिए तो इसे माँ कहा जाता है। जो मोह रूपी भावों से परे अपनी ममतामयी क #Mythology #Gangotri #Uttarakhand #river #Ganga #saraswati #yamuna #Triveni #kashi #Prayag #Bhagirathi

10 Love

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Sandhya Maurya

आन हो,बान हो, देश की तुम शान हो
जी रहे हैं हम जो सुकून से 
उस खुशी के तुम हक़दार हो।

तुम सेना के गौरव भारत की वास्तविक पहचान हो
तुम गांव की माटी में लहलहाता खलिहान हो।

तुम थल में, तुम नभ में, तुम जल में विराजमान हो
करते हो हर पहर रक्षा हमारी ,तुम खुद में ही भगवान हो।

न डर कपकपाती ठंड की, न फिक्र बारिश की 
तुम उत्तर में सियाचिन, पूर्व में मेघालय के 
मासिनराम हो।

हो हमारा राष्ट्रीय पर्व, बच्चे और बड़ों की तुम मुस्कान हो
भारत माँ के सपूतों का बलिदान हो।

तुम एकता-अखंडता,  पवित्रता-शुद्धता-सान्त्वना, 
 हरियाली-प्रगति का पैगाम हो, हो वीर चक्रधर "तिरंगा" हमारा
हमारे अस्तित्व की पहचान हो, हर भारतीय कास्वाभिमान हो।

सम्पूर्ण भारत को एकता के सूत्र में पिरोते,
तुम 26 जनवरी 1950 को 
2 साल 11 महीने 18 दिन में बने लोकतांत्रिक 
गणराज्य "भारत के संविधान" हो।

©Sandhya Maurya Happy Republic day 🇮🇳🙏💐
#RepublicDay 
#RepublicDay #country_love #india🇮🇳 #Proud_Moment #IndianArmy #indiannavy #indianairforce #tribute #Poetry

11 Love

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Sandhya Maurya

घनघोर बादलों के बीच जब पतंग उड़ते हुए पहुचती है
तो वो खुद को खोया हुआ नही पाती
वो देखती है खुद को एक अंधकार में सोचती है उस 
अंधेरे से बाहर निकलना पर क्या वो निकल पाती है।
हां बिल्कुल, बहुत मशक्कत करने के बाद खुद के लिए 
वो ढूंढ़ ही लेती है उजाला। ऐसा प्रकाश जो उसे उस 
अंधकार से बहुत दूर ले जाये जहाँ उसका साया भी न 
हो। भरोशा करती है वो खुद पर और उस मांझे पर जो 
उसे सही दिशा देता है। पतंग जब तेज रफ्तार से आगे 
बढ़ती है तो हवा भी उसकी चाल को कम करने की 
कोशिश करती है पर क्या कर पाती है? नही न। 
पतंग खुद पर विश्वास करती है उसे पता है कि हजारों 
तूफान आयेगे रास्ते मे पर वो ऊंचा उठ कर रहेगी। 
अपनी सोची हुई दिशा में आगे बढ़ती रहेगी और 
एक दिन वो उस ऊँचाई तक पहुँच जायेगी। ऐसा 
होता भी है न हमने अक्सर देखा है कि खुद पर 
भरोशा करने वाले आगे बढ़ते हैं और दुनिया की 
सुनने वाले उन पतंगो की तरह कट जाते हैं 
किसी मांझे से। और अन्त में सारा आसमान 
सिर्फ एक उस पतंग का होता है। जिसने खुद 
के ऊपर भरोसा किया था।

©Sandhya Maurya #believeinyourself 
#believeingod 
#Life_experience #lifequotes #lifethought #self_respect #self_love #self_motivation
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Sandhya Maurya

ये झील, झरने, नदियाँ, पहाड़ 
बयान कर नही सकते 
गहराई मेरी उल्फ़त की 
मैने ताबीर की है तेरी 
हर जर्रे, हर सजदे में...

©Sandhya Maurya #mountain #Ganges #worship #sajda #thought_of_the_day #lovequotes #mornigthought #Winter #Love
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