तुम्हारा चेहरा नज़र आता है मुझे इस चांद में, हज़ार बातें करती हूं मैं इस चांद से, तुम्हारी तरह खूबसूरत है ये, तुम्हारी तरह मेरी हर बात समझता है ये, बिल्कुल तुम्हारी ही तरह हंसता है ये, तुम्हारी ही तरह चमकता है ये, तुम्हारी ही तरह चंचल है ये, तुम्हारी ही तरह शांत भी है ये, जब तुम कहीं नहीं दिखते हो तब इसी चांद से आ कर तुम्हारी बातें करती हूं, जैसे तुम सुनते हो मुझे ध्यान से, वैसे ही ये भी सुनता है मुझे ध्यान से..!! ©ख्वाहिश _writes #MoonHiding