मत रंगों मेरे सपनों को, इन्हें उज़ला ही रहने दो। कल के तुम फिर चले गए तो..? रंग सब फीके पड़ जायेंगे। कोयल की कूक, बंसी की धुन, झरने का संगीत, सागर के गीत, सब तीखे पड़ जायेंगे। #yqhindi #yqdidi #sapne #rang