खुद ही बना भगवान को, बांध दिया इन्सान को। लालच के माया जाल में, फंसा दिया इन्सान को।। करवाएं सेवा, चढ़े चढ़ावा,लूट खाएं इन्सान को। क्या यही है पूजा, क्या यही है भक्ति, जो करवाता ब्राह्मण इन्सान से।। ©Sant Koti #मोह_माया_???