क़तरा क़तरा कर के,बिखर रहा है दरिया बूंदों से, व्यापार कर रहा है ए राही यहां से, ज़रा रुक कर चल मेरे सामने से,ज़माना गुज़र रहा है. ©BROKENBOY #kinaara क़तरा क़तरा कर के,बिखर रहा है दरिया बूंदों से, व्यापार कर रहा है ए राही यहां से, ज़रा रुक कर चल मेरे सामने से,ज़माना गुज़र रहा है.