दिन की शुरुआत में कोई धुन सुन लेने पर कैसे वो धुन दिन भर मन में बजती रहती है मेरे जीवन में तुम उस धुन की तरह ही हो जो बिना मेरी इजाजत बजती रहती हो हमेशा मेरे ज़हन में, मेरे दिलोदिमाग में पिछले छः सालों से सुनता आ रहा हूं मैं वो धुन और आश्चर्य की बात यह है की में इससे ऊबा नही हूं अबतक कैसे हम ऊब जाते हैं हमारे ही पसंद किए हुए गीतों से जब हम सुन लेते हैं उन्हें कई - कई बार लगातार क्यों नहीं ऊबता मैं तुमसे !! क्या तुम मेरी पसंदीदा नहीं हो ? या तुम गीत नहीं हो ? हां तुम गीत नहीं हो, धुन हो....मेरे जीवन की.... ©Anwesh Patel #walkingalone #arthoughts #love #poetry #pyaar #ishq #music #poetry #tum