इज़हार उसके नुरानी चाँद से मुखडे से मुहब्बत मुझे आज भी है, हालाकि उसे शक मेरी मुहब्बत पर आज भी है। वो जो देखा था मेने जब तुझको पहली दफा, याद मुझको वो सुबह आज भी है। #इजहार