जब शाम बनारस सी ढल जाती है इश्क़ की बयार बहने लग जाती है हर एक ख्याल उसकी हो ना हो पर इश्क़ हर बार उसी से हो जाती है जब शाम बनारस सी ढल जाती है #शाम_ए_बनारस #बनारस #openforcollab #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #इश्क़