Nojoto: Largest Storytelling Platform

सूखने की हद तक आंखों ने इंतज़ार किया है? सांस न आय

सूखने की हद तक आंखों ने इंतज़ार किया है?
सांस न आये, जी को इतना बेक़रार किया है? 
उमड़ घुमड़ के बरस पड़े फ़लक़ हर वस्ल पे, 
क्या इतनी शिद्दत से भी कभी प्यार किया है?

©Shubhro K
  #Love #waiting
shubhrokdedas6046

Shubhro K

Silver Star
New Creator

Love #waiting

856 Views