कुण्डलिया :- मादक पर ही हो रहा , देखो कितना शोध । कोई कुछ करता नहीं , लगवाओ अवरोध ।। लगवाओ अवरोध , करे यह सबको रोगी । बिकता घर बाजार , नही ये जन उपयोगी ।। मिलकर करें गुहार , बहुत ही है ये घातक । होते घर बर्बाद , यहाँ सब पीकर मादक ।। १५/०३/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :- मादक पर ही हो रहा , देखो कितना शोध । कोई कुछ करता नहीं , लगवाओ अवरोध ।। लगवाओ अवरोध , करे यह सबको रोगी ।