#ग़ज़ल सर्द मौसम है कोई जाम उठाया जाये ।। होठ खाली हैं इन्हैं काम लगाया जाये ।। बदनजर जो भी उठाये किसी मासूम पे तो । ऐसे हर शख्स को जिन्दा ही जलाया जाये ।।