White एक- इक क़तरा जोड़ कर रक्खा, ख़ून सारा निचोड़ कर रक्खा. ख़ुद पे जब भी किया यकीं मैंने, रुख़ हवाओं का मोड़ कर रक्खा. क्योंकि आईना सच बतायेगा, इसलिए उसको तोड़ कर रक्खा? रंग तो और भी थे जीवन में, क्यों उदासी को ओढ़ कर रक्खा ? जो भी लम्हे तुम्हारे साथ कटे, मैंने उन सबको जोड़ कर रक्खा. ©dilkibaatwithamit एक- इक क़तरा जोड़ कर रक्खा, ख़ून सारा निचोड़ कर रक्खा. ख़ुद पे जब भी किया यकीं मैंने, रुख़ हवाओं का मोड़ कर रक्खा. क्योंकि आईना सच बतायेगा, इसलिए उसको तोड़ कर रक्खा?