मुफलिसी में कहीं गुमनाम है उसकी हस्ती, उसका ना घर है, ना है कोई रिहाइशी बस्ती, वो ख़ुद से खेलता है ख़ुद को बहलाने के लिए, नहीं जानता छल कपट, दया ही है उसकी मस्ती! (वो एक काल्पनिक किरदार है) #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #गुमनाम #हस्ती #masti#basti #बस्ती #मस्ती #Muktak #मुक्तक