तेरे प्यार में ज़ख़्म लाखों सहे, मगर बेवफ़ा तुमको कैसे कहे। जिन्हें प्यार से तुमने चूमा कभी, उन्हीं आंखों से ग़म का दरिया बहे। तुम्ही आज तक मेरी चाहों में हो, मगर बात ये कौन तुमसे कहे। मेरे टूटे दिल की सदा है यही, नहीं आतिश ए इश्क़ में तू दहे। वफाओं के बदले वफ़ाएँ मिलें, ज़फा की न बाँहें कभी तू गहे । …… सतीश मापतपुरी ©Satish Mapatpuri बेवफ़ा तुमको कैसे कहें #Butterfly