कई बार दुख प्रकट हो जाते हैं कई बार दुख समझे नहीं जाते हैं कई बार मरने का एहसास होता है कई बार मुर्दे में सांस पाए जाते हैं होता है सब कुछ यहां प्रस्तुत प्रस्तुति के तरीके बहुत कम पाए जाते हैं लोगों को समझ में आती नहीं सुखी बातें जो कहते हैं हम समुद्रों के बीच पाए जाते हैं काटने से ज्यादा छिलने के और जख्म से ज्यादा सिलने का आंकड़ों में दर्द पाए जाते हैं गफलत में तो " ग़ाफ़िल " ही जाने परंतु होश में पसीने यहाँ ज्यादा पाए जाते हैं मरने वाले मर जाते हैं पहले ही कहीं बाद में तो बस उनके पार्थिव सबूत पाए जाते हैं ना जाने कितने आंकड़ों में " सुशील " लोग जीवित और एहसासों में मृत पाए जाते हैं | कई बार दुख प्रकट हो जाते हैं कई बार दुख समझे नहीं जाते हैं कई बार मरने का एहसास होता है कई बार मुर्दे में सांस पाए जाते हैं होता है सब कुछ यहां प्रस्तुत प्रस्तुति के तरीके बहुत कम पाए जाते हैं