सरकार से एक गुजारिश है बस छोटी सी ख्वाहिश है जितना महत्वपूर्ण दिखता आपको अपना संगठन उससे बड़ी तो आयी अपने यहाँ महामारी है। बस थोड़ी सी सिफारिश है यहाँ हो रहा बच्चा लाबारिस है जितना महत्वपूर्ण आपको अपनी कुर्सी बचाना उससे भी कीमती हमे हमारी जिंदगानी है। सोची समझी साजिश है। या पैसों की बारिश है जितना महत्वपूर्ण आपको अपना ऐश्वर्य आराम उनकी भरपाई करने वाली आम जनता की कमाई है। ©SAKSHI JAIN #government #गमछा