मन दुःखी तब होता है जब लोग क़साई का पेंदी साफ करने में लग जाते हैं ओर सोचते हैं कि सेवा कर पुण्य का भागीदार बन रहे है। बात कड़वी है लेकिन सच्च है। ©SOURAV KUMAR #Anticorruption