दिल से दिल रुबरु होता नयनों में पहचान का परिणाम होता दोनों की मुस्कराहटों में गुलाब होता इजहार नहीं एतबार का अहसास होता मौहब्बत का जुनून से नहीं धीरे से विस्तार होता यकीन करो मेरे दोस्तों ऐसे ही राहें प्यार की बनती जिसमें सिर्फ मौहब्बत की चाहत चलती न रुकती, हमसफ़र के साथ बढ़ती 💖💖💖 प्यार करो पर इस तरह करों महबूब के सिवाय फिर किसी और से ये शरारत कभी न करो ✍️कमल।भंसाली प्यार करो