एक थी जो चली गई छोड़कर मुझे मेरी बेवफ़ाइयों के कारण क्योंकि उसको बेवफा कहने का मेरा हक नहीं, अपने गुनाहों को छुपाकर बदनाम करूँ उसे मैं इतना कमबख्त और खुदगर्ज़ नहीं। उसके सजदे में तो झुकते थे चाँद ओर तारे हज़ार उसके सजदे में ....................................... तारे हज़ार मैं तो खुश था कि मिली मुझे उसके प्यार की कुछ #Ank. फुहार Rao टूटकर निकला था एक तारा उसके सजदे से तो जगह मिली थी हमे सुना है अब है उसे अगले किसी तारे का इंतज़ार। #feelingless